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Best Nafrat Shayari (नफरत वाली शायरी)
दोस्तों आज हम Nafrat Shayari in Hindi आपके साथ शेयर कर रहे हैं, जो आपको बहुत पसंद आएगी। इन Nafrat Shayari का इस्तेमाल करके आप अपने दिल का दर्द बयां कर सकता हैं। दोस्तों नफरत और मोहब्बत जिंदगी के दो पहलू हैं, जो कभी भी किसी के साथ भी कहीं भी हो सकती है। इसमें कोई संदेह नहीं कि प्यार ईश्वर का सर्वोत्तम उपहार है। लेकिन कभी-कभी ये प्यार अभिशाप भी बन जाता है। अगर प्यार अगर मिल जाए तो जन्नत से कम नहीं। अगर प्यार ना मिले या प्यार में बेवफाई हो तो ये प्यार नफरत में बदल जाता है। इसलिए इस पोस्ट में आपको अनेक प्रकार के Nafrat Shayari Hindi में मिल जाएगी जिनको आप अपने दोस्तों तथा सोशल मिडिया पर शेयर कर सकते हैं।
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nafrat shayari in hindi
जरूरत है मुझे नये नफरत करने वालों की
पुराने तो अब मुझे चाहने लगे है !!
हमें बरबाद करना है तो हमसे प्यार करो
नफरत करोगे तो खुद बरबाद हो जाओगे
तेरी नफरत को मैने प्यार समझ कर अपनाया है,
प्यार से ही नफरत खत्म होता है,
तूने ही तो समझाया है !!
कत्ल तो लाजिम है इस बेवफा शहर में,
जिसे देखो दिल में नफरत लिये फिरता है !
नफरत की आग जो तुमने,
इस दिल में लगाई है,
तुमसे ही नही मोहब्बत,
से भी हमें शिकायत हुई है !
हमें बरबाद करना है तो हमसे प्यार करो
नफरत करोगे तो खुद बरबाद हो जाओगे
nafrat ki shayari (नफरत की शायरी हिंदी में)
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मैं काबिले नफरत हूँ तो छोड़ दे मुझको,
तू मुझसे यूँ दिखावे की मोहब्बत न किया कर !!
तेरी बेवफाई में ना नफरत हुई,
और ना ही इश्क खत्म हुआ !!
दिलों में अगर पली बेजान कोई हसरत न होती,
हम इंसानों को इंसानों से यूँ नफरत न होती !!
कोई तो हाल-ए-दिल अपना भी समझेगा,
हर शख्स को नफरत हो जरूरी तो नहीं !
नफरत की आग जो तुमने,
इस दिल में लगाई है,
तुमसे ही नही मोहब्बत,
से भी हमें शिकायत हुई है !
कत्ल तो लाजिम है इस बेवफा शहर में,
जिसे देखो दिल में नफरत लिये फिरता है !!
Nafrat Status in Hindi
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खुदा सलामत रखना उन्हें,
जो हमसे नफरत करते हैं,
प्यार न सही नफरत ही सही कुछ तो है,
जो वो सिर्फ हमसे करते हैं !
मुझसे नफरत करने वाले भी,
कमाल का हुनर रखते हैं,
मुझे देखना तक नहीं चाहते,
लेकिन नजर मुझपर ही रखते हैं !
ना मेरा प्यार कम हुआ न उनकी नफरत,
अपना अपना फर्ज था दोनों अदा कर गये !
उसने मुझ से नफरत मरते दम तक,
करने की कसम खा ली है,
और मैंने भी उसे प्यार मरते दम तक,
करने की कसम खा ली है !!
वो नफरतें पाले रहे हम प्यार निभाते रहे,
लो ये जिंदगी भी कट गयी खाली हाथ सी !
नफरत मत करना मुझसे बुरा लगेगा,
बस एक बार प्यार से कह देना,
अब तेरी जरूरत नहीं !!
दिल पर न मेरे यू वार कीजिए,
छोड़ो ये नफरत थोड़ा प्यार कीजिए,
तड़पते हैं जिस कदर तेरे प्यार में हम,
कभी खुद को भी उस कदर बेकरार कीजिए
Nafrat Shayari for Girlfriend
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तुम उसे नफरत से क्या डराओगे,
जिसे मोहब्बत से ज्यादा नफरत ही मिली हो
कभी उसने भी हमे चाहत का पैगाम लिखा था,
सब कुछ उसने अपना हमारे नाम लिखा था,
सुना है आज उसे हमारे जिक्र से भी नफरत है,
जिसने कभी अपने दिल पर हमारा नाम लिखा था !
दिल है की मानता नहीं,
नफरत करने की बजाय प्यार,
करने की वजह ढूंढ़ता रहता है !
नफरत के बाजार में जिने का अलग ही मजा हैं,
लोग रुलाना नहीं छोड़ते और हम हँसना नहीं छोड़ते !
तेरे हर एक अक्स से नफरत होने लगी,
कुछ इस कदर हमे खुद से मोहब्बत होने लगी !
नहीं हो तुम हिस्सा अब मेरी हसरत के
तुम काबिल हो तो सिर्फ नफरत के !
Nafrat Shayari for Boyfriend
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जो हमारी नफरत के भी लायक नहीं थे,
हम उन्ही से बेशुमार प्यार कर बैठे !
नफरतों का सिलसिला जारी है,
लगता है दूर जाने की त्यारी है,
दिल तो पहले दे चुके हैं हम,
लगता है अब जान देने की बारी है !
तेरी नफरत में वो दम कहाँ,
जो मेरी चाहत को कम करे !!
लेकर के मेरा नाम वो मुझे कोसता है,
नफरत ही सही पर वो मुझे सोचता तो है !
मैं काबिले नफरत हूँ तो छोड़ दे मुझे,
तू मुझसे यूँ दिखावे की मोहब्बत ना किया कर !
हाँ मुझे रस्म ए मोहब्बत का सलीका ही नहीं,
जा किसी और का होने की इजाजत है तुझे !
वो वक्त गुजर गया जब मुझे तेरी आरजू थी,
अब तू खुदा भी बन जाए,
तो मैं सजदा न करूँ !!
अपनों से नफरत शायरी 2 लाइन
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मोहब्बत करने से फ़ुरसत नहीं मिली दोस्तो…
वरना हम करके बताते नफरत किसको कहते हैं.. !!
उसने मुझ से नफरत मरते दम तक करने की कसम खा ली है,
और मैंने भी उसे प्यार मरते दम तक करने की कसम खा ली है !
दिल है की मानता नहीं,
नफरत करने की बजाय प्यार करने की वजह ढूंढ़ता रहता है !!
उसे नफरत से क्या डराओगे,
जिसे मोहब्बत से ज्यादा नफरत ही मिली हो
एक पल तो घायल दिल कहता है की नफरत कर,
दूसरे ही पल कमजोर दिल कहता है, की प्यार कर.. !
Nafrat Shayari 2 line
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उसने मुझ से नफरत मरते दम तक करने की कसम खा ली है,
और मैंने भी उसे प्यार मरते दम तक करने की कसम खा ली है !!
नफरत तुम बेशक कर लो हमसे, हम तो करते रहेंगे प्यार,
तुम्हें युहीं चाहेंगे जब तक है दम !!
हमारी दुआ थी कि वो नफरत खत्म करदें,
उनकी दुआ थी की हम ये रिश्ता ही खत्म करदें !!
एक ही अर्ज है बनावटी प्यार न कर मुझसे,
इससे अच्छा तो नफरत कर मगर दिल से कर !
जो हमारी नफरत के भी लायक नहीं थे,
हम उन्ही से बेशुमार प्यार कर बैठे !!
Nafrat Shayari for Whatsapp
मोहब्बत जीवन से जाएगी तो नफरत रह जाती है,
और जीवन में नफरत ही नफरत रह जाती है !!
मेरे नाम से इतनी नफरत करते हैं वो,
नफरत के बहाने से ही सही मेरा नाम तो लेते हैं वो !!!
नफरत बदसूरती से नहीं बदसूरत दिल से होती है,
क्योंकि धोखा तो खूबसूरत चेहरे ही देते हैं ……..!!!
ऐसी मोहब्बत न करना जो सिर्फ दिल्लगी हो ,
ऐसी मोहब्बत न करना की बाद में पछतावा हो जाये ,
देखना ऐसी मोहब्बत न करना, कहीं नफरत न हो जाये….
यूँ ही नहीं कोई बेइन्तेहाँ नफरत कर बैठता है,
जब किसी को बेवफाई मिले तो बेइन्तेहाँ नफरत कर बैठता है….
मोहब्बत के बदले मोहब्बत तो हर कोई करता है,
नफरत के बदले मोहब्बत कोई कोई करता है….!!
Attitude nafrat shayari
एक नफ़रत ही है जिसे,
दुनिया चंद लम्हो में जान लेटी है।
वर्ना, चाहत का याकिन,
दिलाने में तो जिंदगी बीत जाती है।
खुदा सलामत रखना उन्हें,
जो हमसे नफरत करते हैं।
प्यार न सही नफरत ही सही,
कुछ तो है जो वो सिर्फ हमसे करते हैं।
नफ़रत ब प्यार की बुनियाद होती है,
मुलक़ात से अच्छी किसी की याद होती है।
रिश्तो में फसल का वजूद नहीं होता,
क्यूकी दिल की दुनिया तो ख्यालो से अबाद होती है।
बैठ कर सोचते हैं अब कि क्या खोया क्या पाया,
उनकी नफरत ने तोड़े बहुत मेरी वफ़ा के घर।
नफरत चांद की सितारों से हो तो,
वो अपनी चांदनी रोशनी कम कर देता है।
हम चांद तो नहीं पर अपनी सांसे,
हम भी कम कर सकते हैं।
मुझसे नफ़रत की अजब राह निकली उस ने,
हस्त बस्ता दिल कर दिया खाली उस ने।
मेरे घर की रिवायत से वो ख़ूब वक़िफ़ था,
जुदाई मांग ली बन के सांवली हम ने।
हक़ देंगे पूरा उसे निभाने का,
कबूल करते हैं नफरत तेरी।
खैरात में जो मिले हमें,
काबुल तो उसकी मोहब्बत भी नहीं करते हम।
Khud se nafrat shayari
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नफरत की आग जो तुमने
इस दिल में लगाई है
तुमसे ही नही मोहब्बत
से भी हमें शिकायत हुई है !
मोहब्बत ने किसको चैन से सोने दिया
इसलिए तो हमने फैसला इश्क
ना करने का लिया.!!
मत किया कर अपने दर्द को
शायरी में बयां ए दिल
लोग ओर टूट जाते है हर लब्ज को
अपनी दास्तान समझ कर..!
तेरी वफा भी हमें जैसे एक ख्वाब लगती है
तेरे इश्क में मिली ये बर्बादी
भी हमें लाजवाब लगती है.!!
नफरत के एक मिनट में
सालों की मोहब्बत कैसे भूल गए तुम
फरेबी चाहत थी तुम्हे हमसे
इसीलिए तुमसे दूर हो गए हम.!!
घर में तो खुद को
कैद मैंने आज किया है
मैं तब भी तन्हा था
जब भरी महफिल में था.!!
nafrat wali shayari
नफ़रत हो जायेगी तुझे अपने ही
किरदार से अगर मै तेरे ही अंदाज
मे तुझसे बात करुं.
Nafrat ho jyegi tujhe apne
hi kirdar se agar me tere hi
andaj me tujhse baat karun.
इश्क़ करे या नफरत इजाज़त है उन्हें,
हमे इश्क़ से अपने कोई शिकायत नहीं।
Ishq Kare Ya Nafarat Ijazat
Hai Unhen, Hume Ishq Se
Apne Koi Shikayat Nahin.
कुछ इस अदा से निभाना है किरदार
मेरा मुझको,जिन्हें मुहब्बत ना हो
मुझसे वो नफरत भी ना कर सके।
Kuch Is Ada Se Nibhana Hai
Kirdaar Mera Mujhko,Jinhen
Muhabbat Na Ho Mujhse Wo
Nafrat Bhi Na Kar Sake.
कोई तो हाल-ए-दिल अपना भी समझेगा,
हर शख्स को नफरत हो जरूरी तो नहीं।
Koi Toh Haal-e-Dil Apna Bhi
Samjhega,Har Shakhs Ko
Nafrat Ho Jaroori To Nahi.
हमारी दुआ थी कि वो नफरत खत्म
कर दें, उनकी दुआ थी की हम ये
रिश्ता ही खत्म कर दें.
Humari dua thi ki wo
nafrat khtm kardenunki
dua thi ki hum ye rishta
hi khtm kardein.
एक झूठ मैंने तुमसे कहा,मुझे नफरत है
तुमसे,एक झूठ तुम भी कह दो,तुम्हें
मोहब्बत है मुझसे।
Ek jhut mene tumse kaha
mujhe Nafrat hai tumse ek
jhut tum bhi keh do tumhe
mohabbat hai mujhe.