सपनों की राहों में खो गए हैं, दिल के जज़्बात कहीं सो गए हैं। तेरे बिना ये हाल है हमारा, जैसे बिना बादल के सावन रो गया है।
ख़ामोशी से बातें करना सीख लिया है, तेरी यादों में खुद को पाना सीख लिया है। दूरियां जब बढ़ने लगीं हमारे बीच, दिल से तुझे पुकारना सीख लिया है।
चाँद से बातें करते-करते रात गुजर गई, तेरी यादों की धुन में ये जिंदगी बसर हो गई। सोचा था तुझसे दूर रह लेंगे हम, पर तेरे बिना ये दुनिया बेअसर हो गई।
दिल के जज़्बात लफ़्ज़ों में बयां नहीं होते, तेरी यादों के बिना हम यहाँ नहीं होते। दूर रहकर भी तुझसे जुड़ें हैं दिल के तार, तेरे बिना हम कभी खुश नहीं होते।
हर पल तेरी यादों में खोए रहते हैं, तेरे बिना ये दिन कैसे बीतते हैं। दूरियों का एहसास जब भी होता है, तेरी हंसी से ही हम जीते हैं।
तूफानों में भी हमने दिया जलाया है, तेरी मोहब्बत में हमने जहां पाया है। कहते हैं लोग कि प्यार में ग़म होते हैं, हमने तो तेरे साथ हर लम्हा सजाया है।
सपनों की दुनिया में तुझे तलाशते हैं, तेरे बिना हर पल तन्हा महसूस करते हैं। जब भी तुझे याद करते हैं, दिल के जज़्बात खुद-ब-खुद जुड़ते हैं।
चुपके-चुपके तेरी यादों में खो जाते हैं, तेरे बिना ये दिल कैसे बहलाते हैं। हर रात तुझे सोचकर ही सोते हैं, तेरी मोहब्बत में हर दर्द भूल जाते हैं।
दिल के आँगन में बसी है तेरी तस्वीर, तेरी यादों का गुलिस्तां बहुत रंगीन है। हर लम्हा तुझे अपने पास महसूस करते हैं, तेरे बिना ये दिल कितना बेचैन है।
तेरे बिना ये शाम अधूरी है, तेरे बिना ये रातें काली हैं। तेरे बिना ये दिल तन्हा है, तेरे बिना ये सांसें खाली हैं।