Latest Dard Bhari Shayari (दर्द भरी शायरी)
दोस्तों Dard Bhari Shayari जिंदगी के उस पल में मदद करती हैं जब हम काफी दुःख भरे समय से गुजर रहे होते हैं। हमारी ये 200+ Dard Bhari Shayari आपके कठिन समय में बेहद गहराई तक प्रभाव डालती है। आप अपने मन के मुताबिक जिस तरह की दर्द भरी शायरी चाहिए , पढ़कर चुन सकते हैं और पसंद आये तो अपने दोस्तों को शेयर कर सकते हैं।
दोस्तों हम किसी का दर्द कम तो नहीं कर सकते लेकिन दर्द भरी शायरी लिखकर उनका दर्द शायरी के माध्यम से जरूर बांट सकते हैं। इस पोस्ट के जरिए हम प्यार में दर्द देने वालों के लिए शायरी लिख रहे हैं, ताकि आप अपना दर्द दूसरों के साथ बांट सके। इसलिए हम आपके लिए Dard Bhari Shayari लेकर आये हैं, जो आपको बेहद पसंद आएंगी। इन्हें पढ़ने के बाद आप अच्छा महसूस करेंगे और आप चाहे तो इसे सोशल मिडिया पर भी शेयर कर सकते हैं। आप चाहे तो हमारी Breakup Shayari, Sad Shayari, Judai Shayari, Bewafa Shayari, Pyar Bhari Shayari जैसे और भी बेहतरीन शायरियों को भी पढ़ सकते हैं।
Dard Bhari Shayari
तुझे पाने की तमन्ना दिल से निकाल दी मैंने,
मगर आँखों को तेरे इंतज़ार की आदत सी बन गयी है !
हर पल यही सोचता रहा,
के कहा कमी रह गयी थी मेरी चाहत में;
उसने इतनी शिदत्त से मेरा दिल तोड़ा,
के आज तक नहीं संभल पाए.
जरा सी गलतफहमी पर
न छोड़ो किसी अपने का दामन
क्योंकि जिंदगी बीत जाती है
किसी को अपना बनाने में
आँसू भी आते हैं और
दर्द भी छुपाना पड़ता है
ये जिंदगी है साहब यहां
जबरदस्ती भी मुस्कुराना पड़ता है।
अदाएं कातिल होती हैं
आँखें नशीली होती हैं,
मोहब्बत में अक्सर होंठ सूखे होते हैं
और आँखे गीली होती हैं।
आधा ख्वाब, आधा इश्क़, आधी
सी है बंदगी,
मेरे हो…पर मेरे नही.. कैसी है ये
जिंदगी…
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है;
जिसका रास्ता बहुत खराब है;
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा;
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।
रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है;
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है;
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू;
ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है।
हादसे इंसान के संग मसखरी करने लगे;
लफ्ज कागज पर उतर जादूगरी करने लगे;
कामयाबी जिसने पाई उनके घर बस गए;
जिनके दिल टूटे वो आशिक शायरी करने लगे।
Dard Bhari Sad Shayari
दिल मेरा जो अगर रोया न होता;
हमने भी आँखों को भिगोया न होता;
दो पल की हँसी में छुपा लेता ग़मों को;
ख़्वाब की हक़ीक़त को जो संजोया नहीं होता।
ज़िंदगी रही तो याद सिर्फ
तुम्हे ही करते रहेंगे
भूल गए तो समझ जाना
अब हम ज़िंदा नही रहे।।
कभी सोचा न था के वो मुझे तनहा कर जायेगा,
जो अक्सर परेशां देख कर कहता था मैं हूँ ना !!
महफ़िल में गले मिलके वो धीरे से कह गए
ये दुनिया की रस्म है !!
इसे मोहब्बत न समझलेना !!
जाने दुनियाँ मे ऐसा क्यू होता है,
जो सब को खुशी देता वही रोता है,
उमर भर जो साथ ना दे सके वही,
ज़िंदगी का पहला प्यार क्यू होता है !
याद कितनी खूबसूरत होती है ना,
ना लड़ती है ना झगड़ती है ,
खामोशी से बस किसी का नाम लेकर,
दिल में उतर जाया करती है !!
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम;
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम;
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला;
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम.
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हक़ीक़त जान लो जुदा होने से पहले,
मेरी सुन लो अपनी सुनाने से पहले;
ये सोच लेना भुलाने से पहले,
बहुत रोयी हैं ये आँखें मुस्कुराने से पहले.
न जाने क्यों हमें आँसू बहाना नहीं आता,
न जाने क्यों हाल-ऐ-दिल बताना नहीं आता,
क्यों सब दोस्त बिछड़ गए हमसे,
शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता.
कितना दर्द भरा था उनका मुझे छोड़ के जाना,
सुना भी कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं,
कुछ इस तरह बरबाद हुए उनकी मोहब्बत में,
लौटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं.
आज तेरी याद हम सीने से लगा कर रोये,
तन्हाई मैं तुझे हम पास बुला कर रोये,
कई बार पुकारा इस दिल ने तुम्हें,
और हर बार तुम्हें ना पाकर हम रोये.
Zindagi Dard Bhari Shayari
जो नजर से गुजर जाया करते हैं;
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं;
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।
दुआ करना दम भी उसी तरह निकले,
जिस तरह तेरे दिल से हम निकले.
हम उम्मीदों की दुनियां बसाते रहे;
वो भी पल पल हमें आजमाते रहे;
जब मोहब्बत में मरने का वक्त आया;
हम मर गए और वो मुस्कुराते रहे।
मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे,
एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे,
तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे.
अपना बनाकर फिर कुछ दिन में
बेगाना बना दिया,
भर गया दिल हमसे तो मजबूरी
का बहाना बना दिया।
जो कभी डरा ही नहीं मुझे खोने से,
वो क्या अफसोस करता होगा मेरे ना होने से !!
तुझे चाहा भी था तुझे पाना भी था,
तेरे साथ खुशी का गीत गाना भी था,
लेकिन तुमने मुझे कुछ इस तरह धोखा दिया,
फिर टूटे हुए दिल को समझाना भी था.
एक दिन हम भी कफन ओढ़ जायेंगे,
सब रिश्ते इस जमीन के तोड़ जायेंगे
जितना जी चाहे सता लो मुझको
एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे।
कह कर तुम बता नहीं सकते,
प्यार को अपने जता नहीं सकते,
फिर क्या फायदा तुम्हारी दोस्ती का,
जब एक भी वादा तुम निभा नहीं सकते.
वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी.
वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी.
तुम पर भी यकीन है और
मौत पर भी एतबार है,
देखते हैं पहले कौन मिलता है
हमें दोनों का इंतजार है।
Dard Bhari Judai Shayari
अगर वो खुश है देखकर आंसू मेरी आंखों में
तो रब की कसम हम मुस्कुराना छोड़ देंगे
तड़पते रहेंगे उसे देखने के लिए
लेकिन उसकी तरफ नज़रें उठाना छोड़ देंगे।
दर्द बहुत हुआ दिल के टूट जाने से,
कुछ न मिला उनके लिए आँसू बहाने से,
वो जानते थे वजह मेरे दर्द की,
फिर भी बाज़ न आये मुझे आजमाने से.
एक नया दर्द मेरे दिल में जागा कर चला गया,
कल फिर वो मेरे शहर में आकर चला गया,
जिसे ढूढ़ते रहे हम लोगो की भीड़ में,
मुझ से वो अपने आप छुपा कर चला गया.
छिपा कर दर्द अपनी हंसी में,
मै अंदर से खोखला हो रहा हूं,
क्या सुन सकता है तू मेरी आवाज़,
मै आज भी सिर्फ तेरे लिए रो रहा हूँ.
सुना भी कुछ नही,
कहा भी कुछ नही,
पर ऐसे बिखरे हैं जिंदगी की कश्मकश में…
कि टूटा भी कुछ नही,
और बचा भी कुछ नही…
तुम मेरी लाश पर रोने मत आना
मुझसे बहुत प्यार था ये जताने मत आना
दर्द दो मुझे जब तक दुनिया में हूं
जब सो जाऊं फिर जगाने मत आना
ऐसे गये दिल की ज़मी बंजर कर के
आज तक कोई फूल ना खिल सका
बस्ती बस्ती लोग मिले हमराह मगर
फिर कभी तेरा पता ना मिल सका..
ख़ामोश फ़ज़ा थी कहीं साया भी नहीं था
इस शहर में हमसा कोई तनहा भी नहीं था
किस जुर्म पे छीनी गयी मुझसे मेरी हँसी
मैंने किसी का दिल तो दुखाया भी नहीं था..
अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे,
इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे,
उनसे क्या गिला करें, भूल तो हमारी थी,
जो बिना दिल वालों से ही दिल लगा बैठे.
Bewafa Dard Bhari Shayari
यूं ही नहीं याद आते है
अब वो बचपन के दिन..
जिंदगी के बोझ से तो
हल्का ही था वो स्कूल बैग..
गीत खुशी के लबों पर सजते नहीं
तेरी यादों के दीप कभी बुझते नहीं
रातों को हँसाती हैं, हंसतों को रुलाती
ज़िंदगी तेरे फलसफे हम समझते नहीं
दुनिया से जूझना सीख लो दोस्तों..
वरना जिंदगी तो यूंही बदनाम हो जाती है..!
ख़ुद ज़िन्दगी ने लिखा ख़त,
क़ासिद पैग़ाम लाया है..
न जाने ग़लती किसने की,
इल्ज़ाम हमपर आया है..
ये ज़िंदगी तो बस इक सफ़र हैं सुहाना..
यहां पड़ता हैं खुशी और गम का गीत गाना..
हर रोज न जाने क्या कुछ नहीं
सीखा जाती है ये जिंदगी..
कभी गैरों को अपना, तो कभी
अपनों को पराया बनाती है जिंदगी..
ज़िंदगी मचलती हैं तेरी मुस्कानों में
जैसे फसलें लहलहाती हैं खलीयानों में..
तेरी मोहब्बत बख्शती हैं ज़िंदगी मुझे
जैसे बादल बरसते है रेगिस्तानों में..
जन्नत का बदल तेरी जवानी हैं
तू मेरी कोई अधुरी कहानी हैं
काँटे बिछा गया ज़िंदगी की राहों में
किताबों में रखे फूल जिसकी निशानी हैं
ए जिंदगी, तू क्यों शोर करती है..
मासूम दिल पर क्यों जोर करती है..
Whatsapp Dard Bhari Shayari
अब तनहाईयों के टुटते नहीं सिलसिले
अपना नहीं कोई गैर हज़ार आ मिले..
उसी की चाहत थी मुझे ज़िंदगी में
नफरतों से मिले मेरी चाहतों के सीले..
तुझ से मिलन की आस नहीं रखते
तेरी चाहत का अब अहसास नहीं रखते
ज़िंदगी गवाह हैं बाँट दी सारी
खुशीयाँ हम कभी पास नहीं रखते
दिल ए नादान तेरी
इन नादान फरमाइशों ने..
उजाड़ दिया मुझे
जिंदगी की ख्वाहिशों ने..
मन में हमेशा यही सवाल है खलता..
अब तो जिंदगी पर बस नहीं चलता..
ज़िंदगी तेरा भ्रम काम ना आया
हमारे दिल को कभी आराम ना आया..
मेरी कातील हैं ज़िंदगी की ख़्वाहीशें
मगर कहीं पर इस का नाम ना आया..
ज़िंदगी अब तनहाई से डरती हैं
उम्र चुपचाप खामोशी से ढलती हैं
ज़माना बैठा हैं तेरे इंतज़ार में
हम पर रोज़ कयामत गुज़रती हैं
तेरे बिना ज़िंदगी में
बेमालुम ख़ामोशी छा जाती हैं..
तू रहे तो रौनक रहती हैं
वरना काली रात आ जाती हैं..
न जाने प्यार में मुझसे क्या हुई खता..
जिंदगी, अब मैं जीऊं कैसे तू ही बता..
नामुमकिन सी लगती है जिंदगी
हर कदम पर तेरे साथ के बिना..
नहीं तय कर पाऊंगी सफर मैं
तू भले ही सिखा दे अकेले जीना..
तेरी यादों ने फिर आँचल लहराया
दिन ढले हसरतों का जनाज़ा उठाया
ज़िंदगी से रहता हुँ अब शर्मिंदा
दुनिया की उलझनों से हुँ घबराया
ज़िंदगी तेरे नाम कई अफसाने बने
होश वाले, सब तेरे दिवानें बने..
ज़िंदगी पिघलती रही शमा की तरह
हम महफिल में तेरी खातीर परवाने बने..
रोते हैं मुकद्दर पर रातों में
मरहम दिया ज़माने ने सिर्फ बातों में
ज़िंदगी तू ही सफर मुकम्मल कर ले
कब तक कटेगी युँ खैरातों मैं
Dard Bhari Shayari Hindi
खुद ही रोए और खुद ही चुप हो गए,
ये सोचकर की कोई अपना होता तो रोने ना देता!!
न तस्वीर है तुम्हारी जो दीदार किया जाये,
न तुम हो मेरे पास जो प्यार किया जाये,
ये कौन सा दर्द दिया है तुमने ऐ सनम,
न कुछ कहा जाये न तुम बिन रहा जाये.
उसने दर्द इतना दिया कि सहा ना गया,
उसकी आदत सी थी इसलिए रहा न गया,
आज भी रोती हूं उसे दूर देख के,
लेकिन दर्द देने वाले से यह कहा ना गया.
इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद
जैसे हक़ीक़त मिली हो ख्यालों के बाद
मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी
वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद।
मुझे बहुत प्यारी है तुम्हारी दी
हुई हर एक निशानी,
अब चाहे वो दिल का दर्द हो या
आँखों का पानी..!!
लिखूं कुछ आज यह वक़्त का तकाजा है;
मेरे दिल का दर्द अभी ताजा-ताजा है;
गिर पड़ते हैं मेरे आंसू मेरे ही कागज पर;
लगता है कि कलम में स्याही का दर्द ज्यादा है!
वो नाराज़ हैं हमसे कि हम कुछ लिखते नहीं;
कहाँ से लाएं लफ्ज़ जब हमको मिलते नहीं;
दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते शायद;
वो ज़ख्म कैसे दिखाए जो दिखते नहीं।
खून बन कर मुनासिब नहीं दिल बहे;
दिल नहीं मानता कौन दिल से कहे;
तेरी दुनिया में आये बहुत दिन रहे;
सुख ये पाया कि हमने बहुत दुःख सहे।
Dard Bhari Bewafa Shayari
तेरी यादों को पसंद आ गयी मेरी आँखों की नमी,
हँसना चाहूँ भी तो रुला देती है तेरी कमी !!
हालात कह रही है अब वो याद नही करेंगे,
और उम्मीद कह रही है थोड़ा और इंतजार कर ले !!
कभी जो कहते थे तुम्हे कभी ना रोने देंगे,
आंसू भरी आंख लेकर तुझे कभी सोने देंगे,
आखिर वहीं हमारी आंख का आंसू बन गए,
जो कहते थे तुमको कभी खोने ना देंगे.
हर बात में आंसू बहाया नहीं करते,
दिल की बात हर किसी को बताया नहीं करते,
लोग मुट्ठी में नमक लेके घूमते है,
दिल के जख्म हर किसी को दिखाया नहीं करते !
उन लोगों का क्या हुआ होगा
जिनको मेरी तरह गम ने मारा होगा
किनारे पर खड़े लोग क्या जाने
डूबने वाले ने किस किस को पुकारा होगा।।
वो नही आती पर अपनी निशानी भेज देती है,
ख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देती है,
उसकी यादों के पल कितने भी मीठे हैं,
मगर कभी कभी आँखों में पानी भेज देती है।
रोज़ उदास होते है हम,
और रात गुजर जाती है,
कहने को तो जी रहे है लेकिन,
हर पल हर लम्हा सांस निकलती जाती है.
प्यार सभी को जीना सिखा देता है,
वफा के नाम पर मरना सिखा देता है,
प्यार नहीं किया तो कर के देख लो यारों,
जालिम हर दर्द सहना सिखा देता है.
ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं,
हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत है.
ना मेरा दिल बुरा था
ना उसमे कोई बुराई थी
बस नसीब का खेल है,
क्योंकि किस्मत में जुदाई थी।।
प्यार था तुमसे चाहत भी थी,
तुमसे की हुई शरारत भी थी,
लेकिन शायद तुम ही मुझे समझ नहीं पाए,
मोहब्बत थी लेकिन जाहिर ना किया शराफत थी मेरी.
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