Gam Bhari Shayari (गम भरी शायरी)
Gam Bhari Shayari प्यार में या दोस्ती में धोखा मिलने पर अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए सबसे अच्छा जरिया है इसलिए यहाँ आपको 150+ बेहतरीन Gam Bhari Shayari in Hindi में मिलेगी। दोस्तों आजकल हमने देखा है कि प्यार में या दोस्ती में धोखा मिलने के बाद लोग बहुत दुखी हो जाते हैं। वह न तो अपना दर्द किसी को बताते हैं और ना ही साझा करते हैं और अंदर ही अंदर बहुत दुखी रहते है। आज हम ऐसे ही धोखा खाये आशिकों और दोस्तों के लिए Gam Bhari Shayari In Hindi लेकर आए हैं ताकि वह इन गम भरी शायरी के जरिए अपना दुख दूसरों तक पहुंचा सकें और अपने दिल को हल्का कर सकें।
Shayari Gam Bhari
खुद ही रोए और खुद ही चुप हो गए,
ये सोचकर की कोई अपना होता तो रोने ना देता !
जहर देता है कोई, कोई दवा देता है,
जो भी मिलता है मेरा दर्द बढ़ा देता है !!
गमो का बाजार खाली पड़ा है,
क्यूंकि यहाँ हर किसी के पास गम जो पड़ा है !
वो नाराज हैं हमसे की हम कुछ लिखते नहीं,
कहाँ से लाएं लफ्ज़ जब हमको मिलते नहीं,
दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते शायद,
वो जख्म कैसे दिखाए जो दिखते नहीं
गम को आँसू बनकर बहने न दिया,
कुछ इस तरह मैंने खुद को ठोकरों में भी,
खुद को सम्भाल लिया !
इंसान खुशी में बहक जाता है,
लेकिन धोका खाकर संभल जाता है।
इस शहर में हम जैसा सौदागर कहाँ मिलेगा यारो,
हम गम भी खरीद लेते हैं,
किसी की खुशी के लिए !
Gam Bhari Shayari Hindi
इंसान खुशी में बहक जाता है,
लेकिन धोका खाकर संभल जाता है।
शायरी में सिमटते कहाँ हैं दिल के दर्द दोस्तों,
बहला रहे हैं खुद को जरा फोन के साथ !!
कौन कहता है नफरतों में गम होता है,
कुछ मोहब्बत बड़ी कमाल की होती है ।
कुछ खोने का गम कुछ न पा सकने के,
गम से कहीं ज्यादा होता है !
हम भी फूलों की तरह अक्सर तनह रहते है,
कभी टूट जाते है तो कभी कोई तोड़ देता है ।
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है ऐ सनम
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे जख्म का अंदाजा तू न लगा,
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है !!
तू नाराज न रहा कर तुझे वास्ता है खुदा का,
एक तेरा चेहरा देख कर ही तो,
हम अपना गम भुलाते है !
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गम भरी शायरी
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम,
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम.
दुनिया भी मिली गम भी मिले है,
वो क्यूँ नहीं मिलता जिसे माँगा था खुदा से !
दर्द बनकर समा गया कोई !
दिल में काँटे चुभा गया कोई
खुशियों की चाह थी वहां बे हिसाब गम निकले,
बेवफा तू नहीं सनम बद नसीब तो हम निकले !
हर दिन बस खुद से एक ही सवाल होता है,
इन गम भरी आंखों से,
क्या उसे सच में फर्क नहीं पड़ता !
इस शहर में हम जैसा सौदागर कहाँ मिलेगा यारो,
हम गम भी खरीद लेते हैं,
किसी की खुशी के लिए !
जो नजर से गुजर जाया करते हैं,
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं,
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं !
Gam Bhari Shayari
अजीब लगा यूं उनका मुझको छोड़ के जाना,
ना सुना कुछ और कहा भी कुछ नहीं,
आसान नहीं था यूं उनसे जुदा होकर रहना,
फिर जुदा होकर अब कुछ रहा भी नहीं.
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम,
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम.
वक्त नूर को बेनूर कर देता है,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,
कौन चाहता है अपनों से दूर होना,
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है.
ज़हर देता है कोई, कोई दवा देता है,
जो भी मिलता है मेरा दर्द बढ़ा देता है.
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है ऐ सनम,
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा तू न लगा,
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है
तुझसे बिछड़ने के बाद कभी खुश ना हो पाया मै,
तेरी यादों को दिल से ना मिटा पाया मै,
करना तो चाहता था बहुत कुछ अपने लिए,
फ़ुरसत ना निकाल पाया अपने लिए मै.
कहाँ कोई ऐसा मिला जिस पर हम दुनिया लुटा देते,
हर एक ने धोखा दिया, किस-किस को भुला देते,
अपने दिल का ज़ख्म दिल में ही दबाये रखा,
बयां करते तो महफ़िल को रुला देते.
Gam Bhari Shayari Hindi Mein
दर्द दे गए सितम भी दे गए,
ज़ख़्म के साथ वो मरहम भी दे गए,
दो लफ़्ज़ों से कर गए अपना मन हल्का,
और हमें कभी ना रोने की कसम दे गए
तुम क्या लगा पाओगे ?
अंदाज़ मेरी तबाही का,
तुमने देखा कहाँ है
मुझको शाम के बाद.
अपनी आँखों के समंदर में उत्तर जाने दे,
तेरा मुज़रिम हूँ मुझे डूब के मर जाने दे,
ज़ख़्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको,
सोचता हूँ कहूँ तुझसे, मगर जाने दे.
दर्द काफी है बेखुदी के लिए,
मौत काफी है ज़िन्दगी के लिए,
कौन मरता है किसी के लिए,
हम तो ज़िंदा है आपके लिए
कैसे बयान करें आलम दिल की बेबसी का,
वो क्या समझे दर्द आंखों की इस नमी का,
उनके चाहने वाले इतने हो गए हैं अब कि,
उन्हे अब एहसास ही नहीं हमारी कमी का.
कभी कभी मोहब्बत में वादे टूट जाते हैं,
इश्क़ के कच्चे धागे टूट जाते हैं,
झूठ बोलता होगा कभी चाँद भी,
इसलिए तो रुठकर तारे टूट जाते हैं.
Gam Bhari Sher Shayari
वक्त नूर को बेनूर कर देता है,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,
कौन चाहता है अपनों से दूर होना,
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है.
मेरे दिल का दर्द किसने देखा है,
मुझे बस खुदा ने तड़पते देखा है,
हम तन्हाई में बैठे रोते हैं,
लोगों ने हमें महफ़िल में हँसते देखा है.
मुझे दर्द-ए-इश्क़ का मज़ा मालूम है,
दर्द-ए-दिल की इन्तहा मालूम है,
ज़िंदगी भर मुस्कुराने की दुआ मत देना,
मुझे पल भर मुस्कुराने की सज़ा मालूम है.
वो करीब ही न आये तो इज़हार क्या करते,
खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते,
मर गए पर खुली रखी आँखें,
इससे ज्यादा किसी का इंतजार क्या करते
महफ़िल में हँसना मेरा मिज़ाज़ बन गया,
तन्हाई में रोना एक राज़ बन गया,
दिल के दर्द को चेहरे से ज़ाहिर न होने दिया,
यही मेरे जीने का अंदाज़ बन गया.
ज़ख्म जब मेरे सीने के भर जाएंगे,
आंसू भी मोती बन के बिखर जाएंगे,
ये मत पूछना किसने दर्द दिया,
वरना कुछ अपनों के सर झुक जाएंगे.
दिल का दर्द हमारा भी अब
सारी हदें आर पार कर रहा है,
दिलबर भी कितना संगदिल है
एक जुर्म को बार बार कर रहा है
Gam Wali Shayari
ऐ यारो कौन इश्क करता है आजकल के जमाने में
यहां सबको दिल बहलाने के लिए खिलौना चाहिए..!!
खुशी में तो हर कोई अपना होता है जनाब
पता तो तब चलता है जब वक्त खिलाफ हो
पर अपने फिर भी साथ हो..!!
अजीब सा जहर है तेरी यादों में सनम
मरते-मरते मुझे सारी जिंदगी लगेगी.!
मरते होंगे लोग आप पर हम तो आपसे मिलकर जीने लगे है
इसीलिए ए सनम हम तुमसे बेइंतहा मोहब्बत करने लगे है..!!
खामोशी से गुजार देंगे आपके बिना ये जिंदगी
बता देंगे जमाने वालो को मोहब्बत ऐसे भी होती है..!!
एक तुम ही तो हो
जिससे सब कुछ कहने का दिल करता है
वरना हम तो आंसू भी पलके बंद करके बहाते है..!!
हमने उन्हे जाने देना ही ठीक समझा
क्योकि हम उन्हे
किसी ओर के साथ बांट नही सकते थे..!!
खुशी में तो हर कोई अपना होता है जनाब
पता तो तब चलता है जब वक्त खिलाफ हो
पर अपने फिर भी साथ हो..!!
जिंदगी तो जनाब नसीब वाले जीते है
हम तो बस काट रहे है उनके इंतजार में.
वो कभी आपका नहीं हो सकता
जिसको आपके प्यार के रहते हुए भी
बेस्ट फ्रेंड की जरूरत हो..!!
जिसके साथ बसाना चाहती थी मैं
सपनों का घर वही इस दिल
को तोड़ कर दूर हो गया..!!
ए खुदा कोई चाहने वाला ऐसा हो
जिसके बाद किसी ओर
की चाहत थी ना हो..!!
लबों पर खामोशियों का पहरा था
जब ये दिल टूटा तब
चारो ओर गम का सैलाब था..!!
हर एक की आंखों में आंसुओं के समुंदर है
लगता है जनाब मुट्ठी भर
इश्क यहां सभी को है..!!
Dard Bhari Shayari
अजीब सा जहर है तेरी यादों में सनम
मरते-मरते मुझे सारी जिंदगी लगेगी.!!
आज के जमाने में सुंदर शक्ल के
लिए साफ दिल वाले छोड़ दिए जाते है
किसको परवाह है किसी के जज्बातो की
यहां हर शख्स अपने मतलब से मिलता है.
वो हमे अपना बनाते भी तो कैसे उन्हे चांद की
ख्वाहिश थी और मैं तो कोई सितारा भी नही..!
मुझे मिलने और बिछड़ने
में आफत नही होगी लेकिन
मुझे भूलाने से कयामत होगी..
मेरी जिंदगी के दिन बस अब थोड़े है
इश्क के रास्ते में बस दर्द ही जुड़े है..!
तुम हमसे बिछड़ कर जीत गए
और हम तन्हा रहना सीख गए..!
धड़कन मेरी थमी हुई है तेरी सांस में
और तूने अपना हाथ दे दिया
किसी पराए के हाथ में..!
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